उज्जैन। झारड़ा थाना क्षेत्र के नागपुरा गांव स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ शिक्षक शकील मोहम्मद नागोरी के विरुद्ध धार्मिक भावनाएं आहत करने संबंधी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। मामले को लेकर पुलिस ने प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। घटना के बाद ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों में नाराजगी देखी जा रही है।

थाना प्रभारी आनंद भाबोर ने बताया कि फरियादी रोहित राठौर ने थाने में लिखित शिकायत दी है कि उसका रिश्तेदार अनुराग राठौर, जो कक्षा 6 का छात्र है, ने विद्यालय में हुई एक घटना की जानकारी दी। अनुराग के अनुसार, 11 जुलाई 2025 को स्कूल की छुट्टी के बाद शिक्षक शकील नागोरी ने कक्षा में कुछ धार्मिक और ऐतिहासिक चित्रों के साथ आपत्तिजनक व्यवहार किया। छात्र का यह भी कहना है कि शिक्षक ने इस विषय में किसी को बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। शिकायत के आधार पर रोहित राठौर व उसके साथी लालचंद विश्वकर्मा ने विद्यालय जाकर स्थिति की पुष्टि की, जहां कथित रूप से एक अधजली तस्वीर बरामद हुई, जिसे बाद में छात्रा वर्षा को सौंपा गया। वर्षा सहित अन्य विद्यार्थियों भोला, कमल और अनुराग  ने भी घटना की जानकारी शिक्षकों को दी। इसके बाद यह मामला संकुल प्राचार्य नवीन गर्ग और अन्य वरिष्ठ शिक्षकों के संज्ञान में लाया गया।

पूर्व में भी आई थीं शिकायतें

सूत्रों के अनुसार, शिक्षक शकील नागोरी के विरुद्ध पूर्व में भी कुछ शिकायतें शिक्षा विभाग को दी गई थीं, जिनमें शिक्षण के दौरान धार्मिक सामग्री से जुड़ी बातें और अनुशासनहीनता के आरोप शामिल थे। हालांकि इन शिकायतों पर अब तक क्या कार्रवाई हुई, यह स्पष्ट नहीं है। घटना की जानकारी मिलने के बाद नागपुरा सहित आसपास के ग्रामीणों और कुछ सामाजिक संगठनों ने इस मामले में आपत्ति जताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। विश्व हिंदू परिषद और अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने संकुल प्राचार्य और पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है।

प्रशासन का पक्ष

इस विषय में संकुल प्राचार्य नवीन गर्ग ने बताया कि ग्रामवासियों और विद्यार्थियों के अभिभावकों द्वारा सौंपा गया ज्ञापन उच्चाधिकारियों को भेज दिया गया है। वहीं थाना प्रभारी आनंद भाबोर ने बताया कि मामले में भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। तथ्यों की पुष्टि के बाद आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।