रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्ध के तीन सालों में पहली बार शांति वार्ता के लिए यूक्रेन के साथ सीधे प्रस्ताव रखा है. साथ ही ये भी कहा कि वह एक दिवसीय ईस्टर युद्ध विराम के बाद और अधिक युद्ध विराम के लिए तैयार हैं. इसके पीछे अमेरिका का हफ्तों से बनाया जा रहा युद्धविराम का दबाव माना जा रहा है.

इसके अलावा यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने पुष्टि की कि कीव बुधवार को अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों से मिलने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल लंदन भेज रहा है. लंदन में होने वाली ये बैठक पिछले हफ्ते पेरिस में हुई बैठक का अनुवर्ती है जिसमें अमेरिका और यूरोपीय देशों ने तीन साल से ज्यादा पुराने युद्ध को समाप्त करने के तरीकों पर चर्चा की थी.

इस बैठक को लेकर ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “उम्मीद है कि रूस और यूक्रेन इस हफ्ते समझौता कर लेंगे और फिर दोनों देश अमेरिका के साथ बड़ा व्यापार करेंगे.” ट्रंप और पुतिन के इन बयानों से लग रहा है कि दोनों देश युद्ध विराम के करीब पहुंच चुके हैं.

ईस्टर के युद्ध विराम के बाद लड़ाई फिर शुरू
पुतिन ने रूसी सरकारी टीवी से बात करते हुए कहा कि ईस्टर के अवसर पर उनकी ओर से शनिवार को एकतरफा रूप से घोषित किए गए 30 घंटे के आश्चर्यजनक युद्ध विराम के बाद लड़ाई फिर से शुरू हो गई है. दोनों देशों ने एक दूसरे पर युद्धविराम समझौता के उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, बता दें कीव ने शुरू से ही इसको पुतिन का एक स्टंट बताकर खारिज कर दिया था.

पुतिन हुए शांति के लिए तैयार
पुतिन की इस टिप्पणी के बाद शांति की उम्मीद बढ़ गई है. वाशिंगटन ने कहा कि वह युद्धविराम के विस्तार का स्वागत करेगा. वहीं जेलेंस्की ने नागरिक ठिकानों पर 30 दिन के युद्ध विराम की मांग की है. जेलेंस्की ने ये भी कहा कि युद्ध विराम के दौरान लगातार रूसी हमले दिखाते हैं कि मास्को युद्ध को लम्बा खींचने पर आमादा है.

अपनी टिप्पणी में पुतिन ने कहा कि मास्को किसी भी शांति पहल के लिए तैयार है और कीव से भी यही अपेक्षा करता है. ये युद्ध किस तरफ जाएगा इसका फैसला इस हफ्ते लंदन बैठक में हो सकता है. अमेरिकी सूत्रों का कहना है कि इस हफ्ते लंदन में ‘फाइनल ऑफर’ रखा जाएगा, जिससे तय होगा कि युद्ध को विराम मिलेगा या नहीं.