नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल से गुजरात की दो दिवसीय यात्रा पर रहेंगे, जहां वे दाहोद, भुज और गांधीनगर में 82,950 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. इस यात्रा से गुजरात के विकास को और गति मिलने की उम्मीद है.

भुज में 53,414 करोड़ रुपये की परियोजनाएं: 26 मई को प्रधानमंत्री भुज में 53,414 करोड़ रुपये की 33 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इन परियोजनाओं में ऊर्जा क्षेत्र, ट्रांसमिशन नेटवर्क और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं.

दाहोद में 24,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं: भुज के बाद, पीएम मोदी दाहोद के खारोद में एक कार्यक्रम में भाग लेंगे, जहां वे 24,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे. इस अवसर पर, वे दाहोद में लोकोमोटिव विनिर्माण संयंत्र राष्ट्र को समर्पित करेंगे और इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव को हरी झंडी भी दिखाएंगे. यह संयंत्र भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा, जिससे माल ढुलाई क्षमता में वृद्धि होगी.

गांधीनगर में 5,536 करोड़ रुपये की परियोजनाएं: अपने दौरे के अगले दिन, प्रधानमंत्री गांधीनगर के महात्मा मंदिर में एक विशेष कार्यक्रम में भाग लेंगे, जिसमें विभिन्न विभागों के अंतर्गत 5,536 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया जाएगा. यह कार्यक्रम गुजरात के शहरी विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.


गुजरात शहरी विकास की 20वीं वर्षगांठ समारोह: यह भी बताया गया है कि मंगलवार को प्रधानमंत्री गांधीनगर में गुजरात शहरी विकास की 20वीं वर्षगांठ के समारोह में भाग लेंगे और शहरी विकास वर्ष 2025 की शुरुआत करेंगे. इस अवसर पर शहरी विकास को लेकर नई योजनाओं और नीतियों की घोषणा की जा सकती है.

वंदे भारत एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनों को हरी झंडी: इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री वेरावल और अहमदाबाद के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस और वलसाड तथा दाहोद स्टेशनों के बीच एक एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. इसके अलावा, वे आमान परिवर्तित कटोसन-कलोल खंड का भी उद्घाटन करेंगे और इस पर एक मालगाड़ी को हरी झंडी दिखाएंगे. ये ट्रेनें कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और यात्रियों को सुगम यात्रा का अनुभव प्रदान करने में मदद करेंगी.

दाहोद संयंत्र: 9000 एचपी के इंजनों का निर्माण: दाहोद में स्थापित लोकोमोटिव विनिर्माण संयंत्र भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. इस संयंत्र में घरेलू उद्देश्यों और निर्यात के लिए 9000 एचपी के इलेक्ट्रिक इंजनों का निर्माण किया जाएगा. ये इंजन भारतीय रेल की माल ढुलाई क्षमता बढ़ाने में मदद करेंगे. इन इंजनों को ऊर्जा की खपत को कम करने के लिए डिज़ाइन किया जा रहा है, जिससे पर्यावरणीय स्थिरता में योगदान मिलेगा. यह संयंत्र आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

भुज में अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट: भुज में प्रधानमंत्री जिन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे, उनमें खावड़ा अक्षय ऊर्जा पार्क में उत्पन्न अक्षय ऊर्जा की ट्रांसमिशन (प्रसारण) परियोजनाएं, ट्रांसमिशन नेटवर्क विस्तार और तापी में एक ‘अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट’ शामिल हैं. यह प्लांट राज्य में बिजली उत्पादन क्षमता को बढ़ाएगा और उद्योगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेगा.